A burqa clad woman shows her ink-marked finger after casting her vote
A burqa clad woman shows her ink-marked finger after casting her vote लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे फेज की वोटिंग हो रही है. जबकि 4 चरणों की वोटिंग बाकी है. अब तक हुए चुनाव में सियासी दलों ने कई जगहों पर फर्जी वोटिंग के आरोप लगाए हैं. खासकर बुर्के की आड़ में महिलाओं के फर्जी वोट डालने की शिकायतें की गई. फर्जी वोटिंग की शिकायत पर चुनाव आयोग कैसे कार्रवाई करता है? चलिए आपको बताते हैं.
मतदान से संबंधित शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर-
अब तक हुए दो फेज के चुनाव में कई जगह पर फर्जी वोटिंग के आरोप में सियासी दलों के कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई है. वोटिंग से संबंधित किसी भी शिकायत को दर्ज करने के लिए चुनाव आयोग ने एक स्टेट सेंट्रलाइज नंबर 18001801950 और जिला स्तर पर 1950 हेल्पलाइन नंबर को जारी किया है.
ऑनलाइन शिकायतों की बात करें तो चुनाव आयोग को ऑनलाइन 794 शिकायतें मिली. जिनमें 456 शिकायतें सही पाई गई और 338 शिकायतें गलत पाई गई. इन शिकायतों में वोटर लिस्ट में गड़बड़ी और नाम में गड़बड़ी भी शामिल है.
पर्देदारी में फर्जी वोटिंग रोकने की व्यवस्था-
बात अगर पोलिंग बूथ पर फर्जी मतदान को रोकने की करें, तो हर पोलिंग बूथ पर राजनीतिक दल पोलिंग एजेंट बनाते हैं. ये एजेंट स्थानीय लोगों को उनके नाम, पता और चेहरे से भली भांति जानते हैं. बात अगर बुर्के की आड़ में फर्जी वोटिंग की करें, तो इस बार चुनाव आयोग ने हर पोलिंग बूथ पर कम से कम एक महिला कर्मचारी की तैनाती की है. यह महिला कर्मचारी पुलिस की सिपाही, सब इंस्पेक्टर हो सकती हैं या फिर स्थानीय प्रशासन के जरिए तैनात कोई कर्मचारी हो सकता है. प्रावधान है कि यह महिला कर्मचारी पर्दे में आने वाले हर वोटर का उसकी वोटर आईडी या अन्य पहचान पत्र से मिलान करेगी. चेहरे से पहचान पत्र का मिलान होने के बाद ही कोई मतदाता वोट डाल पाएगा. चुनाव आयोग ने फर्जी वोटिंग को रोकने के लिए ही 50 फीसदी पोलिंग स्टेशन पर वेबकास्टिंग की भी सुविधा की है, ताकि चुनाव आयोग कंट्रोल रूम के जरिए भी इसपर नजर रख सके.
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में उत्तर प्रदेश में 10 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. इसमें संभल, हाथरस, आगरा, फतेहपुर, सीकरी, फिरोजाबाद, मैनपुरी, एटा, बदायूं,आंवला और बरेली लोकसभा सीट शामिल है. जबकि पूरे देश में 12 राज्यो में 93 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इस फेज में कई दिग्गजों की किस्मत दांव पर लगी है. इसमें अमित शाह, दिग्विजय सिंह, शिवराज सिंह, अजीत पवार जैसे लीडर शामिल हैं.
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