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वैकल्पिक उर्जा का केंद्र बनने की राह पर पश्चिमी राजस्थान, देखें क्या है तैयारी

देश इस वक्त बिजली संकट से जूझ रहा है लेकिन समस्या है तो समाधान भी है. पश्चिमी राजस्थान देश का ऐसा क्षेत्र है जो वैकल्पिक उर्जा का बड़ा केंद्र बनने जा रहा है. यहां बड़ी तादाद में सौर और पवन ऊर्जा के सयंत्र लगाए जा रहे हैं ताकि बिजली के लिए देश की कोयले पर निर्भरता कम हो सके. अगले 5 साल में राजस्थान में 1 लाख मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र लगेंगे. इनमें 50 हजार मेगावाट के सोलर पावर प्रोजेक्ट अकेले जैसलमेर में लगने जा रहे है. देश की कई नामी गिरामी कंपनियों ने सौर ऊर्जा व पवन उर्जा संयंत्र लगाने के लिए रेगिस्तानी बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, जालौर और जोधपुर जिले को चुना है. देखिए पूरी रिपोर्ट.

Rajasthan is leading state across the country in the production of renewable energy and is set to become the centre of alternative energy in India in the near future. Watch this report.