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इंसानों की मुश्किलें होंगी आसान! Delivery Boy नहीं अब Robot पहुंचाएंगे आप तक खाना

Robot Food Delivery: तकनीक ने जैसे जैसे तरक्की की है वैसे वैसे इंसानों को सहूलियत मिलती गई. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ने चीजों को बेहद आसान बना दिया है. इसी आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस के तहत काम करने वाला रोबोट अब तेजी से इंसानों की जगह ले रहा है. एक तरफ इसे जरूरत समझा रहा है तो दूसरी तरफ इससे रोजगार की क्षेत्र में नुकसान पहुंचा है.

Robot/सांकेतिक तस्वीर Robot/सांकेतिक तस्वीर
हाइलाइट्स
  • अब फूड डिलीवरी करेगा रोबोट

  • कॉन्टेक्टलेस डिलीवरी पर कंपनियां कर रही है फोकस

आपने रजनीकांत की फ़िल्म रोबोट देखी होगी. उस फिल्म में एक रोबोट इंसान का लगभग हर काम करते दिखाई देता है. वह फ़िल्म थी, लेकिन हकीकत में भी रोबोट का प्रयोग बहुत तेजी से बढ़ रहा है. चाहे ट्रैफिक व्यवस्था संभालने में हो या कारखाना में सामान इधर से उधर रखने में हो. अब सोचिए कि जो खाना आप जोमैटो, स्विगी या उबर इट्स से मंगवा रहे हैं उसे पहुंचाने कोई इंसान न आकर मशीन आए या यूं कह लें कि रोबोट आए तो कैसा रहेगा. अब कंपनियां कॉन्टेक्टलेस डिलीवरी पर ही फोकस कर रही है. यानी ऑनलाइन जो सामान आप मंगवाते हैं उसे देने कोई इंसान नहीं रोबोट आया करेगा. खासकर कोरोना काल के दौरान कॉन्टेक्टलेस डिलीवरी की ज्यादा जरूरत महसूस हुई. अब खबर है कि उबर अमेरिका में दो कंपनियों के साथ मिलकर इसकी शुरुआत करने जा रही है.

उबर फूड डिलेवरी के लिए करेगी रोबोट का इस्तेमाल

उबर ने अमेरिका में दो कंपनियों के साथ मिलकर फिलहाल छोटे पैमाने पर इसकी शुरुआत करने की बात कही है. कंपनी के अनुसार अगर यह पूरी तरह से सफल रहा तो बाद में इसको विस्तार किया जाएगा. शुरुआती दौर में लॉस एंजेलिस के कुछ ग्राहकों तक ही रोबोट खाना पहुंचाएगा. कॉन्टेक्टलेस फूड डिलीवरी की क्षेत्र में उबर का यह पहला कदम है. कंपनी अभी फीडबैक के जरिए यह समझना चाह रही है कि ग्राहक रोबोट से डिलीवरी लेकर संतुष्ट हैं या नहीं. अगर संतुष्ट नहीं हैं तो उन्हें डिलीवरी लेते समय क्या-क्या परेशानियां आई. कंपनी फीडबैक के मुताबिक आगे की योजनाओं पर काम करेगी.

भारत में भी कई जगहों पर रोबोट से लिया जाता है काम

हाल ही में नोएडा में एक रेस्टोरेंट खोला गया जहां वेटर नहीं रोबोट खाना परोसते हैं. दिल्ली एनसीआर का इस तरह का यह पहला रेस्टोरेंट है. इससे पहले भारत के कई शहरों में इस तरह के रेस्टोरेंट खुल चुके हैं. जैसे मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई आदि. इसके अलावा मध्यप्रदेश के इंदौर में ट्रायल के रूप में रोबोट को ट्रैफिक संभालने का काम दिया गया था और ट्रायल सफल भी रहा. बाहर के देशों में तकनीक ने तेजी से तरक्की की है और जिससे रोबोट का प्रयोग भी बड़े पैमाने पर बढ़ा है.
 

रोजगार पर पड़ेगा असर

बदलते तकनीक ने इंसानों को काफी कुछ दिया है तो बहुत कुछ छीन भी लिया है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से काम करने वाला रोबोट भी इसी तकनीक का उदाहरण है. जिसने कठिन से कठिन कामों को आसान बना दिया है तो दूसरी तरफ यह आने वाले दिनों में बड़े स्तर पर आम आदमी के रोजगार पर असर डालेगा. एक रिपोर्ट के अनुसार यह अनुमान है कि 2030 तक दुनियाभर में 80 करोड़ मजदूरों के बराबर रोबोट काम करने लगेंगे. इसका सीधा मतलब है कि 80 करोड़ लोगों के रोजगार पर असर पड़ेगा. अकेले भारत में ही रोबोट की वजह से 2050 तक 70 लाख रोजगार खत्म हो जाएगा. इसको आसान भाषा में ऐसे समझिए कि जो रोबोट रेस्ट्रोरेंट में खाना सर्व करता है या जो रोबोट डिलीवरी करने आएगा वो वेटर और डिलीवरी बॉय के रोजगार पर ही असर डालेगा.