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मिलिये उन नायकों से जो देश में किसी को भूखा नहीं सोने देते, देखें देश की बात सुनाता हूं

हमारे समाज में मान्यता है कि दिल का रास्ता पेट से होकर जाता है और दुनिया के सारे रास्ते पेट पर आकर खत्म हो जाते हैं. हमारा दिन भी ब्रेकफास्ट से शुरू होकर डिनर पर खत्म हो जाता है. सुख दुख राग द्वेष शादी मृत्यु अमीर गरीब हर जगह खाने का स्थान विशिष्ट है. कहते हैं इंसान को पहचानना हो तो भूख में उसका व्यवहार देख लो. भूख को मिटाने वाला भोजन पुरुषार्थ भी है और परमार्थ भी. ऐसे महत्व वाले भोजन का एक सच ये भी है कि भारत के हर घर में प्रतिवर्ष औसतन 50 किलो खाना खराब हो जाता है और दूसरा पहलू ये भी है कि भारत समेत पूरी दुनिया में ऐसे लोग भी बड़ी संख्या में हैं जिनको बिना खाने के सोना पड़ता है. सोनू सूद आज भूख और भोजन के बीच खड़े नायकों की कहानियां लेकर आए हैं. आज देश की बात में हम उन नायकों की कहानी सुनाएंगे जिनकी कोशिश रहती है कि देश में कोई भूखा न सोये.

As per the Food Waste Index Report 2021, 50 kg of food is thrown away per person every year in Indian homes. At the same time, crores of Indians go to bed hungry every night. In this video, we take you through the stories of people who are making efforts so that no one in the country sleeps empty stomach. Watch video.