 sweetener/ Unsplash
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 sweetener/ Unsplash पंजाब में केक खाने के बाद एख 10 साल की बच्ची की मौत हो गई थी. जांच में सामने आया कि जिस केक की वजह से लड़की की मौत हुई और उसका पूरा परिवार बीमार पड़ गया उसे सिंथेटिक स्वीटनर (synthetic sweetener) के हाई डोज के साथ पकाया गया था.
पुलिस के मुताबिक बर्थडे केक (Punjab bakery's cakes) में सिंथेटिक स्वीटनर और सैकरीन की अधिक मात्रा का इस्तेमाल किया गया था. जिसके खाने के बाद बच्ची की जान चली गई. किसी भी फूड या किसी भी तरह के पेय पदार्थ में बेहद सीमित मात्रा में सैकरीन का इस्तेमाल किया जाता है.
पुलिस के मुताबिक बेकरी के मालिक के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना लगाया जाएगा. बेकरी के मालिक के खिलाफ पहले ही एफआईआर दर्ज की जा चुकी है.
क्या होता है सिंथेटिक स्वीटनर
आर्टिफिशियल स्वीटनर या सिंथेटिक स्वीटनर केमिकल से तैयार किया गया शुगर सब्सिट्यूट है. कई शुगर या डायबिटीक पेशेंट्स चीनी की जगह आर्टिफिशियल शुगर इस्तेमाल करते हैं, ताकि उनके खाने में मिठास आ सके. लेकिन ये किसी मीठे जहर से कम नहीं है. आर्टिफिशियल स्वीटनर्स में कैलोरी की मात्रा ना के बराबर होती है. आर्टिफिशियल स्वीटनर की एक छोटी सी गोली एक चम्मच या उससे भी ज्यादा मिठास दे सकती है. स्प्लेंडा देश में आर्टिफिशियल स्वीटनर का सबसे लोकप्रिय ब्रांड है. इसके 50 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता हैं. 
कितनी मात्रा में ले सकते हैं सिंथेटिक स्वीटनर 
डब्ल्यूएचओ (WHO) का कहना है कि इसका कम मात्रा में सेवन सुरक्षित हो सकता है, शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम पर 40 मिलीग्राम की मात्रा से खतरा नहीं है. इसकी मात्रा बढ़ा देने पर शरीर में ब्लड शुगर का लेवल तेजी से बढ़ जाता है, जिससे जान भी जा सकती है. आर्टिफिशियल स्वीटनर इंसान के शरीर का मेटाबॉलिज्म डिस्टर्ब कर सकते हैं.
एस्पार्टेम, सुक्रालोज, एसेसल्फेम के., सैकरीन, जाइलिटोल ये कुछ कॉमन आर्टिफिशियल स्वीटनर हैं. सुक्रालोज (Sucralose) और सैकरीन का इस्तेमाल दुनिया भर में हजारों खाद्य, पेय और दवा उत्पादों में किया जाता है. उदाहरण के लिए ये बेक्ड फूड, पेय पदार्थ, च्युइंग गम, जिलेटिन, जमे हुए डेयरी डेसर्ट और दवाओं में इस्तेमाल किया जाता है.
क्या है पूरा मामला
वायरल हुए वीडियो में देखा जा सकता है कि मानवी बड़ी खुशी से अपने परिवार के साथ अपने जन्मदिन का केक काटती है. हालांकि केक काटने के कुछ घंटों बाद मानवी का पूरा परिवार बीमार पड़ गया. मानवी और उसकी छोटी बहन को उल्टियां होने लगीं और मानवी ने मुंह सूखने और प्यास लगने की बात कही. इसके बाद परिवार वाले उसे अस्पताल ले गए. जहां उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया लेकिन कुछ ही देर बाद बच्ची की मौत हो गई. परिवार का आरोप है कि 'केक कान्हा' बेकरी से ऑर्डर किए गए चॉकलेट केक में जहरीला पदार्थ था.