Indian Post Payments Bank Face Authentication (Photo Credit: Twitter)
Indian Post Payments Bank Face Authentication (Photo Credit: Twitter) अभी तक ऑनलाइन पेमेंट्स ओटीपी और फिंगर प्रिंट के जरिए होता है लेकिन अब सिर्फ चेहरा दिखाने पर ही पेमेंट हो जाएगा. इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने आधार-बेस्ड फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा शुरू कर दी है. इस सुविधा से ऑनलाइन भुगतान और आसान हो जाएगा. इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक की ये सुविधा और बुजुर्ग और दिव्यांगों के लिए काफी फायदेमंद मानी जा रही है.
इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक का फेस ऑथेंटिकेशन फीचर को यूनिक आईडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) ने डेवलप किया है. इस फीचर के तहत कस्टमर्स के चेहरे की पहचान कर बैंकिंग लेन-देन हो सकेगा. इससे ऑनलाइन पेमेंट के लिए फिंगरप्रिंट और ओटीपी जैसे बायोमेट्रिक इनपुट की कोई जरूरत नहीं होगी. अब सिर्फ चेहरा दिखाने पर ऑनलाइन पेमेंट हो जाएगा.
आईपीपीबी के एमडी और सीईओ आर विश्वेश्वरन ने लॉन्च पर बोलते हुए कहा, आईपीपीबी में हमारा मानना है कि बैंकिंग न केवल सुलभ होनी चाहिए बल्कि सम्मानजनक भी होनी चाहिए. आधार-फेस्ड ऑथेंटिकेशन के साथ हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि बायोमेट्रिक फिंगरप्रिंट और ओटीपी सत्यापन की सीमाओं की वजह से कोई भी ग्राहक पीछे न छूटे. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक तकनीकी सुविधा नहीं है. यह पैसों के लेन-देन में एक बड़ा कदम है.
इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक की इस सुविधा से वैसे तो सभी लोगों को फायदा होगा. अब लोगों को डिजिटल भुगतान के लिए ओटीपी और फिंगर प्रिंट की जरूरत नहीं पड़ेगी. अब बस चेहरा दिखाने पर पेमेंट हो जाएगा. खास तौर पर ये सुविधा बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए है. यह सुविधा बुजुर्गों, दिव्यांगों और घिसे हुए फिंगरप्रिंट वाले लोगों को बैंकिंग लेन-देन में मदद करेगी. इससे पेमेंट करने के लिए ओटीपी और फिंगरप्रिंट पर डिपेंड नहीं रहना पड़ेगा. साथ ही स्वास्थ्य संबंधी इमरजेंसी के दौरान ये सुविधा काफी काम आएगी.
आईपीपीबी फेस ऑथेंटिकेशन सुविधा का शुभारंभ भारत सरकार के डिजिटल इंडिया और वित्तीय समावेशन मिशन के तहत है. यह एक स्टैंडर्ड स्थापित करता है कि कैसे तकनीक का इस्तेमाल न सिर्फ सुविधा बढ़ाने के लिए किया गया है बल्कि समानता, पहुंच और सशक्तिकरण के मूल्यों को बनाए रखने के लिए भी किया जा सकता है.
इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक (IPPB) एक सरकार द्वारा चलाया जाने वाला पेमेंट्स बैंक है. इसे भारतीय डाक विभाग, संचार मंत्रालय के तहत शुरू किया गया है. इसका मकसद भारत में वित्तीय समावेशन बढ़ाना है. इसे आरबीआई की मंजूरी 19 अगस्त 2015 को मिली और 1 सितंबर 2018 को पीएम नरेंद्र मोदी ने इसे औपचारिक रूप से लॉन्च किया. IPPB की पहुंच 1.55 लाख से ज्यादा डाकघरों तक फैली है, जिनमें से ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में हैं.
इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक के लगभग 3 लाख डाककर्मी ग्राहक के घर पर बैंकिंग सेवाएं मोबाइल उपकरण और बायोमेट्रिक डिवाइस से देते हैं. IPPB के ग्राहक 9 करोड़ से ज्यादा हो गए हैं. जून 2025 में इंडियन पोस्ट पेमेंट्स बैंक को प्रिय वित्त मंत्रालय डिजिटल भुगतान पुरस्कार 2024-25 मिला और यह सभी पेमेंट्स बैंकों में DFS इंडेक्स में सबसे टॉप पर रहा.