गंगा को साफ, स्वच्छ, अविरल बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार का मिशन नमामि गंगे जारी है.लेकिन गंगा को निर्मल बनाए रखना सिर्फ सरकार की ही जिम्मेदारी नहीं हैआम लोगों का योगदान भी जरूरी है.इसी मकसद से लोगों को जागरुक और प्रेरित करने के लिए वाराणसी में पुलिस प्रशासन ने गंगा नदी में मोटर बोट यात्रा निकाली.अस्सी घाट से दशाश्वमेध घाट के बीच की गई इस बोट यात्रा में पीएसी के साथ एनडीआरएफ औऱ एसडीआरएफ के जवान भी शामिल हुए. देखें लंच टाइम.
आज नवरात्र की महाअष्टमी है.कहते हैं नवरात्रि के दौरान मां की पूजा बड़ी फलदायी होती है.अष्टमी और नवमी तिथि का नवरात्र में खास महत्व है. अष्टमी तिथि को माता महागौरी की उपासना की जाती है, इस दिन बहुत सारे लोग विशेष उपवास भी रखते हैं. अष्टमी के दिन कन्या पूजन भी किया जाता है.मान्यता तो ये भी है कि महागौरी की पूजा करने से सोमचक्र जागृत हो जाता है और इनकी कृपा से हर असंभव कार्य पूरा हो जाता है.यही वजह है कि दिल्ली से लेकर मुंबई तक भक्तों की भीड़ मां के दरबार में जुटी है. देश भर में मां का जयकारा गूंज रहा है.
आज नवरात्रि का सातवां दिन है. देशभर के मंदिरों में आज मां कालरात्रि की पूजा अर्चना की जा रही है. मां कालरात्रि नवदुर्गा का सातवां स्वरूप हैं. ज्योतिषीय मान्यताओं के मुताबिक देवी कालरात्रि शनि ग्रह को नियंत्रित करती हैं कहते हैं. मां कालरात्रि की आराधना से शनि के दुष्प्रभाव से मुक्ति मिलती है.पुराणों के अनुसार शुंभ, निशुंभ के साथ रक्तबीज का विनाश करने के लिए देवी ने कालरात्रि का रूप धारण किया था.आपके सामने मां की भक्ति से मगन मंदिरों से जुड़ी छह तस्वीरे हैं. शहर शहर मंदिरो में लोग मां के दर्शनों को पहुंच रहे हैं.मां से मनोकामनाएं पूरा करने का आशीर्वाद मांगा जा रहा है. दिल्ली के कालका जी मंदिर में आस्था का उल्लास देखते ही बन रहा है.लखनऊ से लेकर झालावाड़ तक मां की भक्ति में लोग मगन है.
नवरात्र पर देशभर में उत्सव का माहौल है. माता रानी के भक्तों में उल्लास छाया हुआ है. आज नवरात्रि के छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा की जा रही है. मां कात्यायनी का जन्म कात्यायन ऋषि के घर हुआ था. इसलिए इन्हें कात्यायनी कहा जाता है. मान्यता है कि मां कात्यायनी साहस और पराक्रम प्रदान करती हैं. आज मां कात्यायनी की पूजा के दिन चार शुभ योग आयुष्मान योग, सौभाग्य योग, अमृत सिद्धि योग और सर्वार्थ सिद्धि योग बने हैं. कहते हैं इन शुभ योग पर मां से मांगी हर मनोकामना पूरी होती है.
नवरात्र के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा-उपासना से मंगल के दोष भी दूर होते हैं...माता अपने भक्तों को सभी तरह के पापों से मुक्त करती हैं. इनकी पूजा से बल और यश में बढ़ोत्तरी होती है.नवरात्र पर शहर शहर कैसे माता की भक्ति का रंग भक्तों पर चढ़ा है इसकी 9 तस्वीरें आपके सामने हैं.दिल्ली से लेकर मुंबई तक भक्त माता की आराधना में झूम रहे हैं. देश भर के मंदिर माता के जयकारों से गूंज रहे हैं.
चैत्र नवरात्रि का आज दूसरा दिन है. दूसरे दिन में माता ब्रह्मचारिणी का पूजन किया जाता है. इनके अन्य नाम तपश्चारिणी.. अपर्णा और उमा हैं. माता की पूजा करने से व्यक्ति के सभी काम पूरे होते हैं. कार्यों में आ रही रुकावटें, बाधाएं दूर हो जाती हैं और विजय की प्राप्ति होती है. इसके अलावा माता के आशीर्वाद से हर तरह की परेशानियां भी खत्म होती हैं. मां ब्रह्मचारिणी के नाम का अर्थ काफी खास है. ब्रह्मा का अर्थ है तपस्या और चारणी का अर्थ है आचरण...हिंदू मान्यताओं में मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से त्याग, वैराग्य, सदाचार, और संयम की वृद्धि होती है. इसके अलावा देवी की पूजा करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है जिससे वह बिना घबराए जीवन की समस्त चुनौतियों का सामना कर सकता है.
आज से चैत्र नवरात्रि का शुभारंभ हो चुका है. सुबह से ही देशभर के मंदिर मां के जयकारों से गूंज रहे हैं.मां की भक्ति का रंग शहर शहर नजर आ रहा है. नवरात्रि के इन पवित्र दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की उपसना का विशेष महत्व बताया गया है.यही वजह है कि देश के तमाम शक्तिपीठों में आस्था का सैलाब नजर आ रहा है. चैत्र नवरात्रि के शुरू होने के साथ ही आज से हिंदू नववर्ष भी प्रारंभ हो गया है. नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना के साथ मां के पहले स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा होती है. पर्वतराज हिमालय की पुत्री होने के कारण मां के इस स्वरूप को शैलपुत्री कहा जाता है.
कल से चैत्र नवरात्र की शुरुआत होने जा रही है.आस्था के इस महापर्व को लेकर देशभर के मंदिरों में तैयारियां शुरु हो गई हैं.माता के दर्शन और आशीर्वाद के लिए अभी से मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. मान्यता है कि नवरात्रि में मां अंबे के नौ स्वरुपों के दर्शन से भक्तों की सारी मुरादें पूरी हो जाती हैं.
कहते हैं कि धरती पर अगर कहीं जन्नत है तो वो कश्मीर में है. आज उसी कश्मीर में एक बार फिर बहार आई है. ट्यूलिप की रौनक घाटी की वादियों में ऐसी छाई है कि सब कुछ महका महका सा है. ये महक इसलिए बिखर रही है क्योंकि श्रीनगर में ट्यूलिप गार्डन अब आम लोगों के लिए खोल दिया गया है और ट्यूलिप फेस्टिवल की शुरुआत हो चुकी है. देखिए महकती घाटी की खूबसूरत तस्वीर
सिक्किम में सैलानियों के लिए सेना देवदूत बनकर सामने आई है.भारी बर्फबारी से सिक्किम में 1000 से ज्यादा पर्यटक रास्ते में फंस गए थे. जिनको सेना ने सकुशल बचा लिया. सेना की त्रिशक्ति कोर ने ना सिर्फ महिलाओं, बच्चों का रेस्क्यू किया बल्कि बचाए गए लोगों को मेडिकल सुविधा के साथ-साथ गर्मागर्म खाना भी मुहैया कराया. अब लोग सेना की जमकर सराहना कर रहे हैं. देखें लंच टाइम.